दिलबाग सिंह दिलबाग सिंह उस हवेली के बारे मे लोगो से बहुत सी ऊट पटाग बातें सुन चूका था इसलिए उसने हवेली की छान बिन सुबह सुबह की थी अजाब से फ़ोन पर बातें कर वापिस आते समय जब उसकी दुरी शहर से कुछ की.मी. बची थी तभी उसकी नजर अविनाश पर पड़ी, उस समय अविनाश हवेली के लिए निकल चूका था, दिलबाग सिंह को ना जाने क्यों अविनाश पर शक हुआ और उसने किसी से पूछे बिना ही उसका ये सोच कर पीछा किया के यक़ीनन इसका पीछा कर मैं इम्पोर्टेन्ट एविडेंस पा लूंगा, अविनाश का