तब मैं नही जानता था और ये कह भी नही सकता था कि ये साल मेरी जिंदगी बदलने वाला होगा । इस साल में ऐसा कुछ होगा जो मेरी आगे की पूरी जिंदगी बदल देगा । धीरे धीरे वक्त बीत रहा था । सुबह ट्यूशन जाना ये हमारी हररोज की दिनचर्या हो गई थी । धीरे धीरे मैं क्लास के बाकी लोगो को जानने लगा था । जैसे कि निल , प्रशांत , चिराग (चिरकुट) और आखिर में प्रियल । आप सोच रहे है कि लड़की मगर नही प्रियल एक लड़का है जिसे हम सब स्वामी कहकर बुलाते है क्योंकि वो