जोकी हमने आगे भाग १ में देख लिया कि हमारी कहानी में चेतनने प्राची को उस बंगले में पूजा-वीधी और उस समय जो कपडे थे पूराने उसे जलाने की बात कर रहा था अब आगे की कहानी..... चेतन प्राची को समझाते हुए कह रहा है की "उस समय हमारे घर में मतलब उस बंगले में जो भी पुराने कपड़े जो तूने पहने थे वो भी, चद्दर और जो भी संदेहास्पद चीज़ है वो जलाने को इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि जब तूने उस बुरी चीज़ को देखा तब हो सकता है कि उसका बुरा साया वो