यह सुनते ही उसकी माँ वहीं रुक गई और उसने पीछे ना देखते हुए कार के रियर व्यू मिरर में देखा उसे वहां कोई भी औरत नजर नहीं आई। यह देखते ही वह समझ गई कि जयन्त बिल्कुल सच सच कह रहा है। "तो तुमदोनो नहीं मानोगे? तुम्हारा हाल भी उसी कलश की तरह होगा। मैं करती हूँ गाड़ी रोको नहीं तो पीछे देखो।" उस चुड़ैल की बात सुनते ही जयन्त ताव में आ जाता है क्योकिं आज वह अकेले नहीं था, उसके साथ उसकी माँ भी थी। जयन्त गुस्से में बोलता है- "तुझे जो करना है कर ले। मैं