तितलियों के बीच लखनऊ शहर के बीच में बसे गाँव जुगौली का दूर दूर तक फैला हुआ मैदान मुझे अब भी याद आता है । मैं और मेरे पड़ोस के सभी लड़के और लड़कियां स्कूल से लौटने के बाद अक्सर ही बाहर मैदान में खेलने निकल जाया करते थे । जिस मैदान में हम खेलते थे वह कोई छोटामोटा पार्क या उपवन नही था । कुछ समय पहले तक वहाँ खेत हुआ करते थे , बलुई जमीन थी जिसमें गेंहू , सरसों, मक्का , आलू , गाजर , मूली, शलगम आदि विभिन्न प्रकार की फसलें उगाई जाती थीं । इंडियन आर्मी और