डॉमनिक की वापसी - 18

  • 3.5k
  • 1
  • 1.3k

इति अब सेतिया की उपस्थिति में पहले जैसी सहज नहीं थी. रमाकांत के कहने से उसने दुबारा काम शुरू तो कर दिया था. पर आत्मविश्वास से भरी रहने वाली लड़की की पीठ पर भी आशंका की आँखें निकल आईं थीं. अपनी माँ की इकलौती बेटी जो बिहार से दिल्ली आकर, मुखर्जी नगर इलाके में किराए के मकान में अकेली रहते हुए, अपनी पढ़ाई के साथ-साथ थिएटर का अनुभव लेकर, आगे अपना प्रोडक्शन हॉउस खोलना चाहती थी, अब अपने निर्णय के बारे में नए सिरे से सोचने लगी थी. रमाकांत ने उसे वापस लाने के लिए समझाते हुए कहा था, ‘देखो, यहाँ सफल होना बहुत मुश्किल भी है और बहुत आसान भी. अब चुनाव तुम्हारे हाथ में है- तुम कौन-सा रास्ता चुनना चाहती हो. समझौते करके आगे बढ़ने का आसान रास्ता, या तुम जैसी हो वैसी बनी रहकर अपना वजूद कायम रखते हुए आगे बढ़ने वाला संघर्ष का रास्ता.’