बदन रागमैं जो परीक्षा जयपुर में देकर आया था, उसका परिणाम आ गया। लिखित परीक्षा में मेरा चयन हो गया था। अब दिल्ली में साक्षात्कार देना था।छोटे से गांव के सिकुड़े माहौल में इसी सफ़लता को ऊंचे स्वर में गाया गया। गांव में आसानी से पहले कोई ऐसा देखा नहीं गया था जो किसी बड़े ओहदे की सरकारी परीक्षा में बैठे और पास हो जाए।बैंक में होने वाली सी ए आई आई बी परीक्षा का परिणाम भी आ गया। इसमें कुल ग्यारह पेपर्स होते थे, जिनमें पांच पहले भाग में और छह दूसरे भाग में। उन दिनों मैं इस परीक्षा का