ये नई पीढ़ी, इस युग की बिल्कुल एक नई किस्म की फसल है । ये अपनी खुशी से सरोकार रखने वाले लोग हैं ये बाखूबी वाकिफ हैं अपनी जरूरतें से और क्या और कितनी मापदंड भी इन्हें पता हैवो बाखूबी जानते हैं कि किस रंग के पर्दे उन्हें अपने घर की खिड़कियों पर टांगने है और तो और जाली दार पर्दो के भी बड़े शौकीन हैं बहुत ज्यादा ट्रान्सपेरीन्ट है ये पीढ़ी।इनकी किस्म बहुत अलग है ये सबके अन्दर अपनी खुशियों को नहीं ढूंढते है इनकी खुशियां इन्हीं के मुट्ठी में रहती हैं ये ज्यादा देर उदासी के फेरे नहीं करते। ये