दास्तान-ए-अश्क - 5

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( पिछले पार्ट में हमने देखा की नाईका अखबार के लिए लिखे आर्टिकल प्रीति को पोस्ट करने भेजती है...! वो अपने बारे मे प्रीति को बताती है.. अब आगे.. 5 जब वह 10th क्लास में आई तब उसकी मां का बर्ताव उसके प्रति और भी रुखा हो गया!उसने अपनी मां से एक वादा किया!मम्मी तुम टेंशन मत लो तुम्हें जैसी बेटी चाहिए वैसी ही मैं बन कर दिखाऊंगी! तब उसकी मां ने मन का दुख जाहिर किया! मुझे ऐसी मोटी बेटी नहीं अच्छी नहीं