सुहानी शोगता बनकर ब्रिजेश के घर पहुच गई। सुहानी के हाथ कुछ ऐसा लगा जो कई राज पर से पर्दा उठाने वाला है। सारी फ़ाइल देख कर ये बाात सामने आई केि ब्रिजेश बेगुनाह है। ब्रिजेश को अपने प्यार में फसा कर शोगता सारी चाल खेल रही थी। इससे पुलिस की सारी हरकतों की खबर टेररिस्ट को देती। और नाम आया ब्रिजेश का। ब्रिजेश ईमानदार आदमी है। वो कुछ गलत कर ही नही सकता। इतने महीने में सुहानी ब्रिजेश को इतना तो जान ही चुकी थी। लेकिन फिर शोगता गई कहाँ। अगर भागती तो ये सारे राज को खत्म करके जाती।