पार्क में घूमते-घूमते अचानक एक जगह मेरी नज़र अटक गयी मैं वहीं सामने के बैंच पे जाकर बैठ गया एक पीले पीपल के पत्ते को हाथों में लेकर अंगूठे और अनामिका अंगुलियों के पोर से धीरे-धीरे गोल-गोल घुमा रहा था और मेरी नज़र वहीं टिकी हुई थी जहाँ दो बच्चे करतब दिखा रहे थे लड़का दस साल का और दुसरा आठ साल के उम्र का लगभग होगा उसकी माँ काँधे में ढ़ोल लिए बजा रही थी छोटा लड़का साईकिल के टायर और रिम में खुद को ऐसे लपेट कर करतब दिखा रहा था जैसे साँप लिपट रहा हो चंदन से और