शंकर के तबादले की खबर आग की तरह सारे दफ्तर में फ़ैल गयी. शंकर, साहब की आँख की किरकिरी था. वह अकेले दम साहब के पक्षपाती, दमनकारी और गैरकानूनी कामों का विरोध करता था.