बंबई में डाक्टर शरोड कर का बहुत नाम था। इस लिए कि औरतों के अमराज़ का बेहतरीन मुआलिज था। उस के हाथ में शिफ़ा थी। उस का शिफ़ाख़ाना बहुत बड़ा था एक आलीशान इमारत की दो मंज़िलों में जिन में कई कमरे थे निचली मंज़िल के कमरे मुतवस्सित और निचले तबक़े की औरतों के लिए मख़सूस थे। बालाई मंज़िल के कमरे अमीर औरतों के लिए। एक लैबोरेटरी थी। उस के साथ ही कमपाउन्डर का कमरा। ऐक्स रे का कमरा अलाहिदा था। उस की माहाना आमदनी ढाई तीन हज़ार के क़रीब होगी।