शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा )

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हर साल की तरह इस बार भी बारिश अपने चरम पर थी, कड़ाके की बिजली और उस पर सांय सांय करती ठंडी ठंडी हवा की थपेड़े.. वातावरण को आहलादक बना रहे थे, ये जगह थी अरुणाचल प्रदेश,, अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबांसिरी जिले में स्थित एक सुंदर घाटी है। इसे इसकी दृश्यमय सुंदरता, आरामदायक माहौल और वार्षिक संगीत महोत्सव, जिरो संगीत महोत्सव के लिए जाना जाता है। जिरो घाटी (Ziro Valley) अरुणाचल प्रदेश में एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल है। उस जिरो घाटी में एक खूबसूरत सा दो मंजिला घर था, जिसके चारो ओर बगीचा बनाया गया था, उस बगीचे में कई तरह के पेड़ पौधे, लगाए हुए थे, वहाँ की जलवायु के अनुकूल वहा फल फूल और साग सब्ज़ीयां भी उगाई थी, उन हरे भरे बगीचे के बीच वो खूबसूरत सा घर था,

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शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 1

हर साल की तरह इस बार भी बारिश अपने चरम पर थी, कड़ाके की बिजली और उस पर सांय करती ठंडी ठंडी हवा की थपेड़े.. वातावरण को आहलादक बना रहे थे, ये जगह थी अरुणाचल प्रदेश,, अरुणाचल प्रदेश के लोअर सुबांसिरी जिले में स्थित एक सुंदर घाटी है। इसे इसकी दृश्यमय सुंदरता, आरामदायक माहौल और वार्षिक संगीत महोत्सव, जिरो संगीत महोत्सव के लिए जाना जाता है। जिरो घाटी (Ziro Valley) अरुणाचल प्रदेश में एक अद्वितीय प्राकृतिक स्थल है। उस जिरो घाटी में एक खूबसूरत सा दो मंजिला घर था, जिसके चारो ओर बगीचा बनाया गया था, ...और पढ़े

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शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 2

घर के अंदर कल्पना अपनी सहेली रिया से फोन पर बात कर रही थी, वहीं उसके घर के दरवाजे बाहर एक काला साया खड़ा था, लेकिन इस बात से बेखबर कल्पना अपनी ही दुनिया में मशगुल थी, कि तभी अचानक से पूरे घर की लाइट्स ऑफ हो गई।कल्पना का कॉल चल रहा था, उसने अपने आसपास देखा और फोन पर ही कहने लगी -" ऑफाे यार, सच ए बेड टाइम यार.. ये इलेक्ट्रिसिटी.. इसे भी अभी जाना था.. "सामने से रिया की आवाज आई -" क्या हुआ कल्पना? "" कुछ नहीं यार लाइट चली गई है,, चल ठीक ...और पढ़े

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शुद्धि ( ध बेटल ऑफ निर्वाणा ) - 3

घर के लिविंग रूम में नीचे एक लाश पड़ी हुई थी जिसके शरीर से लगभग सारा खून बह गया ज़ब क्षितिज ने उस लाश को गौर से देखा तो उसकी दाये हाथ की एक ऊँगली कटी हुई थी, और उस लाश के ठीक सिर के ऊपर की तरफ फर्श पर उसके खून से लिखा था -" अदभिर्गात्राणि शुध्यन्ति मनः सत्येन शुध्यतिविद्यातपोभ्यां भूतात्मा बुद्धिर्ज्ञानेन शुध्यति.. शुद्धि... शुद्धि... शुद्धि.... "और उसी के पास उस लाश की ऊँगली को जलाकर फेंक दिया था। जो पुलिस इंस्पेक्टर फॉरेंसिक टीम के साथ वहाँ मौजूद था, उसका नाम रजत था, उसने इंस्पेक्टर क्षितिज से ...और पढ़े

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