"अब हमें भी शहर छोड़ देना चाहिए कुलदीप लौटकर आया तो पत्नी से बोला था। "क्यो?"पति की बात सुनकर इवाना बोली थी "शहर खाली होता जा रहा है।लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए जा रहे हैं।वैसे भी शहर में रखा क्या है।खण्डर में तब्दील हो चुका है। कुलदीप शहर जाकर आया था।और शहर के हालात जो वह अपनी आंखों से देखकर आया था।उन्ही का वर्णन अपनी पत्नी से कर रहा था।इवाना किचन में खाने की तैयारी कर रही थी।वह पति की बाते ध्यान से सुन रही थी।पति की बाते सुनकर वह बोली क्या तुम अपने देश मे होते तब भी ऐसा ही करते |

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साथ साथ - 1

"अब हमें भी शहर छोड़ देना चाहिएकुलदीप लौटकर आया तो पत्नी से बोला था।"क्यो?"पति की बात सुनकर इवाना बोली खाली होता जा रहा है।लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने के लिए जा रहे हैं।वैसे भी शहर में रखा क्या है।खण्डर में तब्दील हो चुका है।कुलदीप शहर जाकर आया था।और शहर के हालात जो वह अपनी आंखों से देखकर आया था।उन्ही का वर्णन अपनी पत्नी से कर रहा था।इवाना किचन में खाने की तैयारी कर रही थी।वह पति की बाते ध्यान से सुन रही थी।पति की बाते सुनकर वह बोलीक्या तुम अपने देश मे होते तब भी ऐसा ही करतेमोरियोपोलयूक्रेन ...और पढ़े

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और सन्डे को कुलदीप सिटी गार्डन पहुंच गया और इवाना का इन तजार करने लगा।सॉरी,"इवाना काफी देर बाद आई से माफी मांगते हुए बोली,"देर हो गयी"नो मेंशनइवाना ने लाल स्कर्ट और काली शर्त पहनी थी।कुलदीप बोला,"इन कपड़ो में तुम बहुत सुंदर लग रही होमुझे बना रहे होक्या मैं ऐसी गुस्ताखी कर सकता हूँ?और इवाना ,कुलदीप को हर सन्डे को कही ने कही घुमाने के लिए ले जाने लगी।किसी सन्डे को जब वे कही नही जाते थे।तब सिटी गार्डन में आकर बैठ जाते और घण्टो बैठकर बाते करते।एक दिन कुलदीप बोलामुझे किराये पर कमरा चाहिएक्योमैं जिस मकान में रह रहा ...और पढ़े

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