राशि आज उसी रेस्टोरेंट मैं बैठी थी जहाँ राशि और प्रतिक पहली बार डेट पर गये थे । आज राशि और प्रतिक को मिले तीन साल हो चुके हैं । राशि अपने बगल वाली सीट पर सलगिरा का तौफा साथ में लिए बैठी थी और दरवाजे की ओर नज़रें टिकाकर प्रतिक की राह देख रही थी । रेस्टोरेंट के बायें तरफ जहाँ की खिड़की से बाहर का नज़र दिखता रहा था , सभी बड़ी जल्दी में दिख रहे थे । राशि एक साधारण सी लड़की थी जो अपने शहर से दूर मुम्बई में काम करती थी । वह एक अर्पाटमेंट में अकेली रहती थी । राशि यूँ तो सबसे घुल मिल कर रहती थी मगर वह जल्दी अपने दिल की बात किसी को बताती नहीं थी । राशि और प्रतिक दोनों एक ही ऑफिस में काम करते थे , वहीं उनकी मुलाकात हुई और मुलाकात प्यार में बदल गया ।
नए एपिसोड्स : : Every Sunday
Nice to meet you - 1
राशि आज उसी रेस्टोरेंट मैं बैठी थी जहाँ राशि और प्रतिक पहली बार डेट पर गये थे । आज और प्रतिक को मिले तीन साल हो चुके हैं । राशि अपने बगल वाली सीट पर सलगिरा का तौफा साथ में लिए बैठी थी और दरवाजे की ओर नज़रें टिकाकर प्रतिक की राह देख रही थी । रेस्टोरेंट के बायें तरफ जहाँ की खिड़की से बाहर का नजारा दिख रहा था , सभी बड़ी जल्दी में दिख रहे थे ।राशि एक साधारण सी लड़की थी जो अपने शहर से दूर मुम्बई में काम करती थी । वह एक अर्पाटमेंट में ...और पढ़े
Nice to meet you - 2
अगली सुबह जब राशि की आंखें खुली तब राशि के लिए सब कुछ शांत था । वह अपने बिस्तर ही लेटे हुए अपने कमरे की बेजान छत को देख रही थी ।सुबह के लगभग सात बज रहे होंगे जब राशि के फ़ोन की घंटी बजती है । राशि को उसकी दोस्त भानु का कॉल आ रहा था । कल भी राशि ने अम्बोली आने के बाद भानु को कॉल नहीं किया था ।राशि ने फ़ोन की घंटी तो सुनी मगर उसने फ़ोन नहीं उठाया । वह अब भी अपने कमरे की छत को टकटकी लगाकर देखे जा रही थी ...और पढ़े
Nice to meet you - 3
चलते-चलते अब दोपहर हो चुकी थी । ऊपर आसमान में सूरज काफी जोरों से चमक रहा था । मगर जंगल में पेड़ों की छाँव ही काफी थी ठंडक के लिए ।राशि चलते-चलते थक चुकी थी । वह आराम करना चाहती थी । जब उसने एक पेड़ के नीचे पड़े पत्थर को देखा तो उससे रहा नहीं गया । वह तुरंत भागकर उस पत्थर पर जा कर बैठ गई ।अभी भी राशि के साथ ही चल रहा था । वह भी काफी थक चूका था । मगर वह जनता था कि थोड़ी दूर पर ही एक ठंढे पानी का झरना ...और पढ़े