जैनी और सपनों का राजकुमार

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जैनी एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की थी उसकी नीली नीली आंखें बहुत सुहानी लगती थी। जैनी एक पन्द्रह साल की लड़की थी और वो कश्मीरी बर्फीले पहाड़ों पर रहती थी अपनी नानी मां के साथ। चंचल मन था उसका रोज सुबह जंगलों में जाकर लकड़ियां काट कर घर ले आती और फिर उससे उसकी नानी तरह तरह का सामान बनाती और शहर जाकर बेंच आती थी। जैनी के नन्हे हाथों में शायद भगवान का दिया हुआ कोई जादू था उसने नानी मां से लड़की के खिलौने, बर्तन, और बहुत सारे सुन्दर सुन्दर सजाने वाली चीजों को बनाती थी। जैनी ओ जैनी कहा हो आओ तो नाश्ता कर लो। जैनी तो जैसे पेड़ पौधों में भी जान डाल देती थी। जानवरों से बात करना, चिड़ियों के साथ चहचहाना उसे बहुत अच्छा लगता था।

Full Novel

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जैनी और सपनों का राजकुमार - 1

Episode-1 जैनी एक बहुत ही खूबसूरत सी लड़की थी उसकी नीली नीली आंखें बहुत सुहानी लगती थी। जैनी एक साल की लड़की थी और वो कश्मीरी बर्फीले पहाड़ों पर रहती थी अपनी नानी मां के साथ। चंचल मन था उसका रोज सुबह जंगलों में जाकर लकड़ियां काट कर घर ले आती और फिर उससे उसकी नानी तरह तरह का सामान बनाती और शहर जाकर बेंच आती थी। जैनी के नन्हे हाथों में शायद भगवान का दिया हुआ कोई जादू था उसने नानी मां से लड़की के खिलौने, बर्तन, और बहुत सारे सुन्दर सुन्दर सजाने वाली चीजों को बनाती थी। ...और पढ़े

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जैनी और सपनों का राजकुमार - 2

Episode-2 जैनी जैसे ही आंख खोली तो अंधेरा देख कर चिल्लाने लगी और रोने लगी ‌ ये कहा मैं गई किसने कैद किया है मुझे।। कुछ देर बाद वो साहुकार आ गया और बोला ऐ लड़की क्या है तेरे पास कोई जादुई छड़ी जिससे इतना सुन्दर सिंहासन बना दिया।बोल वरना मार डालुगा। जैनी सोचने लगी कि बहुत बड़ी मुश्किल में पड़ गई हुं। क्या करूं कैसे निकल जाऊं। घर में नानी मां रोते रोते भगवान को बुलाने लगी। और फिर अचानक उन्हें उस गुड्डे की याद आ गई। और फिर उस लकड़ी के गुड्डे को उठाया और कहा राजकुमार ...और पढ़े

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जैनी और सपनों का राजकुमार - 3 - अंतिम भाग

Episode-3 फिर एक सैनिक इधर उधर पता करके लौट आया और बोला कि सब जानकारी मिल गई है। अब वापस जाना चाहिए। राजमहल पहुंच कर राजा को जानकारी दी की वो जैनी है, और नानी मां के साथ रहती है। उसी रात जैनी को भी सब पता चला और वो रोने लगी, और फिर सारी बात राजकुमार को बताया। और फिर जब सो गए तो राजकुमार ने एक दम हु-ब-हू जैनी का प्रतिरुप बना दिया।वो भी लकड़ी से। कहीं से भी ये प्रतीत नहीं हो पा रहा था कि वो लकड़ी का बना है। एक सुंदर से लिवाज से ...और पढ़े

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