एक गरीब लड़का था एक छोटे से गांव मे रहता था.फेमिली मे उसकी माँ और उसका पापा ही था | बाप बहुत बीमार रहता था और उसकी माँ लोगो के यहा बर्तन कपड़े धोने का काम करती थी| लड़के का नाम राजु था राजु दूर जंगल मे जाके लकड़े काटकर गांव मे बेचने जाता था |लकड़े का जो भी पैसा मिलता उससे उसका घर चलता था. एक दिन राजु जंगल में लकड़े काटने के लिए गया | राजु कुल्हाड़ी से लकडे काट ही रहा था तब उसने किसीकी जोर की चीख सुनी और राजु उसी दिशा मे भागा

Full Novel

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गरीब की दोस्ती - 1

एक गरीब लड़का था एक छोटे से गांव मे रहता था.फेमिली मे उसकी माँ और उसका पापा ही था बाप बहुत बीमार रहता था और उसकी माँ लोगो के यहा बर्तन कपड़े धोने का काम करती थी| लड़के का नाम राजु था राजु दूर जंगल मे जाके लकड़े काटकर गांव मे बेचने जाता था |लकड़े का जो भी पैसा मिलता उससे उसका घर चलता था. एक दिन राजु जंगल में लकड़े काटने के लिए गया | राजु कुल्हाड़ी से लकडे काट ही रहा था तब उसने किसीकी जोर की चीख सुनी और राजु उसी दिशा मे भागा ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 2

आगे आपने पढ़ा की सिला के साथ क्या क्या हुआ। सिला के पापा ने सिला के साथ किसी अंजान लड़के को देखा । तो वो एकदम से चौक गये और गुस्से हो गए। फिर सिला के पापा ने सिला को बोला ये लड़का कोन है। ये तुमको कही लेकर गया था इसने तेरे साथ कुछ किया तो नही ना ऐसा वैसा सुनाया सिला को । फिर राजू को बिना किसी बजह बहुत सुना दिया और राजू को एक दो थप्पड़ मार दिया। सिला ने अपने पापा को बोला की पापा मेरी बात तो सुनो पहले पर ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 3

लड़के ने अपने पापा को कोल किया और बताया की पापा मेरा एक्सीडेंट हो गया है और मे इस मे हु फिर लड़के ने कोल कट कर दिया | लड़के के पापा ने घर पे बताया कि अपने संजय का एक्सीडेंट हो गया है तब ये बात सुनकर सब रोने लगे की कैसे एक्सीडेंट गया| सीला ने बोला चलिए पापा हॉस्पिटल फिर वहा से सब लोग हॉस्पिटल आ गए और देखा तो संजय बेड पे सोया हुआ था फिर संजय को जगाया और उसका हालचाल पूछा | संजय इधर उधर ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 4

राजू संजय को देखकर बहुत खुश हुआ और संजय को मिला | एक दूसरे ने अपने हाल चाल पूछे दोनों ने बहुत देर तक बाते की | संजय ने राजू को बोला की आप मेरे पास आ जाओ मे आपको वहा पर कोई जॉब दिला दूंगा | राजू ने कहा की मे कैसे आ सकता हु वहा पर अगर मे वहा पर आ जाऊ तो मेरे मा पापा का यहा कोई ध्यान रखने वाला नही है | संजय ने कहा की आपके मुझ पर बहुत उपकार बाकी है मे आपके लिए इतना तो कर ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 5

आगे आपनेे पढ़ा की कैसे राजू ने संजय की मदद की और फिर संजय ने राजू को कैसे अपने लेकर गया | शिला सामान देकर अपने रूम मेे वापिस आ गई | फिर दूसरे दिन संजय ने राजू को बोला की ये थोड़े पैसे अपने पास रखलो | जैसे ही संजय ने राजू को पैसा देना चाहा तब राजू ने कहा की पैसे की जरूरत नही है मेरे पास थोड़े पैसे पड़े है फिर भी संजय ने राजू को थोड़े पैसे दे दिये | फिर संजय ने राजू को बोला की चलो मेरी ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 6

आगे आपने पढ़ा राजु के लिए सिला के मन के क्या चल रहा था वो राजु को पता नही | फिर राजु और संजय दोनों ऑफिस चले गए | उस दिन ऑफिस मे एक बड़ी मिटिंग रखी हुई थी शामको सभी को फेमिली के साथ डिनर पे बुलाया हुआ था. संजय ने घर पे अपनी मम्मी को कोल कर के बोल दिया की आज खाना मत बनाना संजय की मम्मी ने बोला क्यु आज खाना नही बनाना है फिर संजय ने बोला की आज सबको मीटिंग मे इनवाईट किया है ...और पढ़े

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गरीब की दोस्ती - 7 - अंतिम भाग

आखरी पार्ट ___________ आगे आपने ये पढ़ा की कैसे राजू ने अपने जीवन मे अपनी महेनत से अपने परिवार का घर चलाया और अपने माँ-बाप का नाम रोशन किया | सब लोग अपने अपने घर जाने लगे संजय और राजू भी अपनी फेमिली के साथ घर आ गए. आज सबके लिए बहुत बड़ा दिन था | संजय और राजू की फेमिली आज बहुत खुश थे | खुश क्यु ना हो उनको जो आज अपने बेटे ने इतनी सारी ...और पढ़े

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