एक साधारण व्यक्ति की असाधारण प्रेम कहानी....हरबोला कई आवाजो में अपनी आवाज़ निकलता तो था लेकिन उसकी अपनी ही आवाज़ घुट कर रह गई . ...यह कहानी प्रेम के उस रंग को छूती है जो की अव्याखित ही रहेगी .