फिर कब आओगे

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वो लड़की मुझे बिल्कुल एक छोटे से बच्चे की तरह बार-बार अपने सीने से लगा रही थी. मैं भी उसकी इच्छा को समझते हुए, उसकी छोटी-छोटी छातियाँ अपने मुँह में लेके इस तरह खींचने लगा, जैसे छोटे बच्चे दूध पीते हैं. और फिर जब बड़ी देर की उछल-कूद के बाद हम दोनों थक गए और पसीने से भीग गए, तब जाके हमने साँस ली, और मुस्कुराते हुए एक-दूसरे के माथे को सहलाने लगे. फिर बड़ी देर तक मैं उसके पेट पे अपना सिर रखके उसके चेहरे को देखता रहा, और उसकी छोटी-छोटी छातियों पे अपनी उँगली फिराता रहा. मेरी उँगलियों की छुअन से उसके जिस्म में गुदगुदी हो रही थी, जिसकी वजह से वो खिलखिला के हँस रही थी, और अपने जिस्म के अन्दर फैल रही सनसनी को रोकने के लिए मेरे बालों में अपनी उँगली फिराती जा रही रही थी, जिसका मतलब था कि, “और करो, और करते रहो.”