दिल से दिल तक-2

(98)
  • 13.9k
  • 4
  • 2.4k

जीवन में श्रृंगार का बहुत महत्व होता है । जिसके दो महत्वपूर्ण अंग संयोग और वियोग होते है । इस अंक में अपने जीवन के भावो को अपनी रचनाओं के माध्य्म से व्यक्त कर रहा हूँ और आशा करता हूँ कि आपको पसंद आये।