यह एक स्त्री की कहानी है जो अपने पति की मृत्यु के बाद मायके में रह रही थी। किंतु उसे महसूस हुआ कि यह उसके आत्मसम्मान के लिए ठीक नही। अतः उसने अपने घर वापस जाने का निर्णय किया।