कभी भी हम किसी के लिये कोई कार्य करें तो निःसन्देह हमारा उपकार या एहसान होता है उस पर, लेकिन जरूरी तो नहीं कि वो हमारे लिये अच्छा कार्य करे, चलो यहाँ तक भी ठीक लेकिन अगर मौका पड़ने पर हमारे ही खिलाफ़ खड़ा हो जाये तो………. जानिये इसे कहानी में …… हो सकता है वो बिलकुल सही कर रहा हो । कैसे…… तो इस कहानी को पढिये नहीं……… महसूस कीजिये……