अनजाने लक्ष्य की यात्रा पे - 2

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पहले भाग एक व्यापारी और कुत्ते वाला बूढ़ा मे आपने पढ़ा किस प्रकार वह व्यापारी लालच के वश मे अपना व्यापार छोड़ खजाना खोजने निकला और उसी डाकू के चंगुल मे जा फ़सा जिसे उस बूढ़े ने धोखा दिया था । अपनी जान बचाने उसे डाकुओं की शर्त माननी पड़ी और डाकुओं के लिये खजाने की खोज करना स्वीकर करना पड़ा … आगे कौनसी घटनायें उसका इंतज़ार कर रही थी जानने के लिये पढ़िये इस द्वितीय भाग भेड़ियों का घेरा मे ।