टूटी कड़ियाँ

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मुम्बई की एक व्यस्त सड़क पर फर्राटे से अपनी बाइक दौड़ाते हुए समीर परेशान हुआ जा रहा था. 'आज फिर ऑफिस के लिए देर हो गयी.. पता नही बॉस क्या क्या बातें सुनाएंगे' सोचता हुआ वह अपने ऑफिस की तरफ बढ़ जा रहा था. ऑफिस पहुंचकर बॉस की गाडी न देखकर उसकी जान में जान आई. सोचा 'चलो आज तो बच गए, बॉस अभी तक आये नही हैं'. पर ऑफिस के अंदर कदम रखते ही कुछ सकपका गया. उसके कलीग्स ने बताया कि आज बॉस नही बल्कि उनकी वाइफ आई हैं ऑफिस देखने.