सियाह हाशिए - 3

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पिछली सदी के सबसे चर्चित और संवेदनशील लेखक सआदत हसन मंटो ने हमारे युग के सबसे खराब दौर ‘भारत-विभाजन’ का जो दर्द बयान किया है, उसने उन्हें सदी के महान लेखकों मे शुमार कर दिया है। उनकी लिखी ‘टोबा टेकसिंह’ तो विभाजन की पीड़ा को केन्द्र में रखकर लिखी गई अपने तरह की विश्व में सम्भवत: अलग ही कहानी है। उसी तरह उनकी पुस्तक ‘सियाह हाशिए’ भी विभाजन के दौरान हुई हिंसा का विद्रूप चेहरा जिस शिद्दत और कलापूर्ण ढंग से हमारे सामने रखती है, वह आज भी मानक है। (इसी पुस्तक के भाग-1 में शामिल लेख सियाह-कलम मंटो और ‘सियाह हाशिए’ से)