फैमिली

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’सर, घर गए हुए मुझे छः महीने हो गए। मम्मी की तबीयत ठीक नहीं रहती। दस-पन्द्रह दिन की ही छुट्टी दे दीजिये।’ सिपाही अनुराग सिंह सूबेदार के सामने छुट्टी की अर्जी देते हुए गिड़गिड़ा रहा था। ’मानता हूं कि तुम काफी दिन से छुट्टी नहीं गए लेकिन इस समय मैन पावर की क्राइसिस है, ब्रदर। दूसरे पहले उन लोगों को छुट्टी देनी है जिनकी फैमिली यहां नहीं है। तुम तो छड़े हो क्या फर्क पड़ता है, बाद में देखेंगे।