2 अक्तूबर, गांधीजयंति. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का गहरा संबंध रहा है अहमदाबाद के साथ. 1915 में दक्षिण अफ्रिका से वापिस आने के बाद उन्होने यहीं पहले दो आश्रम शुरु किये. सत्याग्रह एवं साबरमती-हरिजन आश्रम. यहीं रखे है बापू के प्रिय तीन बंदरो की शिल्पकृति, जो कि आश्रम के शिल्प शिक्षक दत्ता महा ने तैयार कि थी. आश्रम की और भी विशेषताए है. शताब्दि पूर्ण कर चूके इस आश्रम में आज क्या कार्य हो रहा है, यह सब विस्तृत जानकारी हेतु अवश्य पढें..शाश्वत गांधी. जैसे गांधी विचार शाश्चत है वैसे ही गांधी भी शाश्वत ही है.