ये मेरी तीसरी कहानी है किसी भी खेल में बाज़ी वही मारता है जिसका दांव चलता है कैसे एक गुप्तचर चालकी से अपने से मजबूत प्रतिद्वंदियों को हराते हुए दांव मारता है कहानी लहराती हुयी आगे बढती है एक बार जरुर पढ़ें