विवाह एक पवित्र बंधन

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Priya Vachhani priyavachhani26@gmail.com विवाह एक पवित्र बंधन विवाह ये सिर्फ सामाजिक बंधन ही नहीं दो आत्माओं का पवित्र बंधन है। स्त्री और पुरुष दोनों ही एक दूसरे के बिन अधूरे हैं। और इसी अधूरेपन को पूर्ण करता है विवाह का बंधन। वैसे तो हर धर्म में विवाह के अलग-अलग तरीके हैं। किन्तु आज कल हर विवाह में ये प्रश्न सामान्यतः पूछा जाता है। अरेंज मैरिज है या लव मैरिज? (वैसे हिंदी में अरेंज मैरिज के लिए कोई ख़ास शब्द नहीं लेकिन इसे नियोजित विवाह भी कहा जाता है। किन्तु नियोजित विवाह कहना भी ज्यादा उचित न होगा इसलिये अरेंज मैरिज