सौभाग्य से भरे सप्ताह के सात दिन

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अंग्रेजी के महीने में सामान्यतः चार सप्ताहों के सभी सात दिनों पर नौ ग्रहों में से किसी न किसी का राज चलता है। जैसे रविवार पर सूर्य का सोमवार पर चंद्रमा का, मंगलवार पर मंगल एवं राहू का, बुधवार पर बुध का, वृहस्पतिवार पर गुरु का, शुक्रवार पर शुक्र और शनिवार पर शनि एवं केतु का अधिपत्य बना रहता है। यानि कि जो नाम ग्रहों के हैं वही दिनों के भी हैं। दिन की शुरुआत पश्चिमी देशों में मध्य रात्री से होती है, जबकि भारतीय वैदिक दिन की शुरुआत सूर्याेदय से मानी जाती है। वैदिक ज्योतिष में दिन का अर्थ सूर्योदय से होता है। सूर्योदय से सूर्योदय तक के समय को एक दिन कहा गया है। कुछ विद्वानों ने इस समय को 60 भागों में बांटते हुए हर भाग का नाम घड़ी या घटी या घटिका रख दिया। जबकि दूसरे विद्वानों ने उसे 24 भागों में बांटकर प्रत्येक भाग का नाम घंटा रखा। सूर्यदेव को पूरी दुनिया में सिर्फ इस्लाम को छोड़कर ग्रहों का राजा माना जाता है। दिन के स्वामी का प्रभाव व्यक्ति के दैनिक कार्यकलाप पर भी पड़ता है और उसी के अनुरूप फल की प्राप्ति होती है। जैसे सूर्य व्यक्ति की शारीरिक स्फूर्ति और बाॅडी लैंग्वेज में संरचनात्मक असर को बढ़ाने वाला प्रभाव देता है, तो चंद्रमा दिमाग और गुरु घार्मिक एवं अध्यात्मिक मनोभावों को दर्शता है। इस तथ्य को ध्यान में रखकर किया गया कार्य सहजता से पूरा होने के साथ-साथ लाभकारी भी होता है।