जातियों का बनना

  • 3.5k
  • 2
  • 777

मैंने पिछले खतों में तुम्हें बतलाया है कि शुरू में जब आदमी पैदा हुआ तो वह बहुत कुछ जानवरों से मिलता था। धीरे-धीरे हजारों वर्षों में उसने तरक्‍की की और पहले से ज्यादा होशियार हो गया। पहले वह अकेले ही जानवरों का शिकार करता होगा, जैसे जंगली जानवर आज भी करते हैं। कुछ दिनों के बाद उसे मालूम हुआ कि और आदमियों के साथ एक गिरोह में रहना ज्यादा अक्ल की बात है और उसमें जान जाने का डर भी कम है। एक साथ रहकर वह ज्यादा मजबूत हो जाते थे और जानवरों या दूसरे आदमियों के हमलों का ज्यादा अच्छी तरह मुकाबला कर सकते थे।