चंदन और युथुंग दोनों युवक बहुत अच्छे दोस्त थे। वे जो भी काम करते, साथ-साथ ही करते थे। दोनों बड़े जिंदादिल थे और छोटी-मोटी बदमाशियाँ करते रहते थे। लोग भले ही उनसे थोड़े परेशान भी रहते थे, पर उनकी जिंदादिली और मस्तमौलापन के वे मुरीद थे। यानी गाँव में उनके रहने से बड़ी रौनक रहती थी। माहौल खुशनुमा रहता था। ऐसा नहीं कि वे हमेशा किसी को सताने के लिए ही चालाकियाँ चलते रहते थे, बल्कि कभी-कभी वे लोगों की मुसीबत के समय मदद भी करते थे।