कल गुहु का जन्मदिन है... उसने अपने पिता कि शुभकानाओं का इंतज़ार रात के १२ के बाद से ही करना शुरूकर दिया था ......हर फोन की घंटी पर दौड़ पड़ती ....बार-बार पेजर ऑन करती और उनके मैसेज का इंतज़ार करती ...रात यूँ ही बीत गयी इंतज़ार में .....सुबह की लालिमा अब उसकी आँखों में तैरने लगा थी .....हम सभी हॉस्टल की लड़किया गुहु के लिए दोपहर में ही पार्टी रखी थी ..... गुहु होस्टल में सबसे चहेती लड़कियों में से एक थी ...शाम को उसका मंगेतर आने वाला था ......उसे आउटिंग के लिए ले जाने के लिए