Tems Ki Sargam

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उस समय जब रातें ठण्डी और लम्बी थीं, रोशनी की तमाम शहतीरें, परछाइयाँ, चोट खाए पंछी-सी डैने फड़फड़ाती धरती पर बिछ गई थीं, डायना ने ईस्ट इंडिया कम्पनी के उच्च पदाधिकारी अपने पति टॉम ब्लेयर के साथ भारत के कलकत्ता शहर में कदम रखा और उसे लगा कि भारत की यह धरती, यह शहर, सड़कें, उद्यान, पेड़-पौधे, नदी, पर्वत उसके अपने हैं...जैसे वह सदियाँ गुज़ार चुकी है यहाँ। कहीं अजनबियत नहीं जबकि लंदन से जब वह पानी के जहाज पर सवार हुई थी तो एक उदासी ने घेर लिया था उसे। वह एक ऐसी जगह जा रही है जहाँ कोई उसका अपना नहीं।