बदहवास

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बलात्कार शब्द ही भयावह हैं | जिसे लफ्जों में बयां नही किया जा सकता | स्त्री देह एक बार गुजरती पुरुष देह टेल लेकिन उसका मन लाखो बार सोचो में बलात्कार का शिकार होता | बलात्कार की शिकार की फॅमिली को जब मालूम होता हादसे के बारे में तो कैसे गुजरते उनके वो पल जब तक वो अपनी बेटी /बहन के पास नही पहुँचते कल्पना भी नही हो सकती सही से उनकी .......................