उत्तर आधुनिकता और बाजारवाद के तेज बवंडर में उच्च्ातम जीवन-मूल्यों के बड़े-बड़े दरख्तों के उखड़ने-गिरने और 'वर्जना' के 'अर्जना' का संसाधन बन जाने का बेचैन कर देने वाला अहसास जगाती,पहली बार 'हंस' में छपी बहुचर्चित कहानी