फूल.... नाम के अनुरूप वो कोमल थी पर उसकी जोड़ेंगी वैसी नहीं थी मां बाप उसे लड़की होने से उदास रहते थे पढ़ने का उसका बहुत मन था लेकिन घर की इसी हालत थी कि उसके बाबा उसे ओर उसके भाई दोनो को पढ़ा सके इसलिए उसने अपने भाई के लिए अपने पढ़ाई की कुर्बानी दे दी...लेकिन कुछ साल बाद उसके बाबा की किस्मत चमक गई और उनकी छोटी सी कितने की दुकान मुनाफा कमाने लगी इसका फायदा इसका बड़ा भाई बड़े स्कूल में पढ़ने जाने लगा लेकिन फूल की एक बार पढ़ाई छूती फिर से उसको पढ़ने का बिल्कुल