महाशक्ति – सातवां अध्याय: अर्जुन की विजय और नई चुनौतीगुफा के अंदर ऊर्जा का भयंकर प्रवाह था। अर्जुन और कालनेश के बीच का युद्ध अपने चरम पर था। हर वार के साथ चट्टानें टूट रही थीं, और वातावरण में बिजली की तरंगें दौड़ रही थीं।कालनेश, जो एक अत्यंत शक्तिशाली योद्धा था, उसकी शक्ति अर्जुन से कई गुना अधिक थी। लेकिन अर्जुन के पास केवल अपनी भक्ति, साहस और शिवजी का आशीर्वाद था। वह समझ चुका था कि यह सिर्फ एक शारीरिक युद्ध नहीं था, बल्कि यह उसकी आध्यात्मिक परीक्षा भी थी।"अर्जुन, अपनी शक्ति को संभालो!" अनाया ने चेतावनी दी।अर्जुन ने