एपिसोड 12: दर्द के पीछे की सच्चाईरात के सन्नाटे में जब पूरा शहर नींद की आगोश में था, "टूटे हुए दिलों का अस्पताल" में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे मरीजों की कहानियाँ अब भी सांस ले रही थीं। अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में भागदौड़ मची थी। एक ऐंबुलेंस अस्पताल के गेट पर आकर रुकी, और स्ट्रेचर पर एक घायल व्यक्ति को उतारा गया। उसके शरीर पर कई जगह गहरे जख्म थे, और चेहरा खून से लथपथ था।एक नए केस की एंट्रीडॉ. आदित्य तुरंत इमरजेंसी वार्ड में पहुँचे। नर्स ने जल्दी से रिपोर्ट दी—"पेशेंट का नाम अर्जुन है, 34