एक कदम बदलाव की ओर - भाग 12

  • 441
  • 156

अर्चना के नेतृत्व में जो आंदोलन चल रहा था, उसने न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में समाज के हर वर्ग को जागरूक किया था। हालांकि सती प्रथा समाप्त हो चुकी थी, लेकिन अर्चना जानती थी कि समाज में बदलाव की प्रक्रिया अभी भी लंबी थी। उसने अपने आंदोलन को और भी सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठाए।अर्चना का नया दृष्टिकोणअर्चना ने अब यह समझ लिया था कि महिलाओं के अधिकारों को केवल कानूनी स्तर पर ही नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक स्तर पर भी एक बड़ा बदलाव लाना होगा। सती प्रथा को समाप्त करने के बाद, वह