प्रेम की अनकही कहानी - भाग 2रुचिका और मिहिर के जीवन में एक नई शुरुआत हो चुकी थी। दोनों ने अपनी-अपनी राहें चुनी थीं, लेकिन उनके दिलों के बीच एक अदृश्य बंधन था, जो उन्हें कभी दूर नहीं कर सकता था। अब वे दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में व्यस्त थे, लेकिन यह समझते हुए कि यह दूरी उनकी जिंदगियों को और भी गहरा बना सकती है।मिहिर ने अपने करियर में काफी सफलता हासिल की थी, लेकिन वह जानता था कि इस सफलता में अकेले का हाथ नहीं था। वह रुचिका का आभार महसूस करता था, क्योंकि जब भी वह थका-हारा महसूस