छोटे से गांव में रहने वाली आर्या और शहर में पढ़ाई कर रहा आरव, पहली बार मेले में मिले। आर्या के शांत स्वभाव और आरव की हंसी-मजाक से दोनों जल्द ही एक-दूसरे के करीब आ गए। मेले की वो मुलाकात एक गहरी दोस्ती में बदली और धीरे-धीरे वो दोस्ती प्यार में बदल गई।आरव हर छुट्टी में गांव आता और दोनों घंटों नदी किनारे बैठकर सपने बुनते। आर्या चाहती थी कि वो दोनों एक दिन शादी कर लें और शहर में एक छोटी-सी दुनिया बसाएं। आरव ने भी वादा किया कि वह पढ़ाई पूरी होते ही आर्या के घर रिश्ते की