दोपहर का समयफास्टट्रैक एडवर्टाइजमेंट एजेंसी का माहौल हमेशा व्यस्त और चुनौतीपूर्ण रहता था। लेकिन आज का दिन कुछ खास था। कंपनी के कॉन्फ्रेंस रूम में असामान्य हलचल थी। मनीषा, जो एजेंसी की मैनेजर थी, अपनी कुर्सी पर आत्मविश्वास से बैठी हुई थी। उसके ठीक सामने प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट की हेड शालिनी राठौर और क्रिएटिविटी डिपार्टमेंट की हेड अनीता मिश्रा अपने-अपने नोट्स के साथ तैयार थीं। उनके सामने कुर्सियों पर दो लोग बैठे थे। पहला व्यक्ति, यश कपूर, एक आईटी कंपनी "यश टेक्नोलॉजीज़" का मालिक था। 50 के आसपास उम्र, काले-सफेद बाल, और चेहरे पर एक परिपक्वता जो उसकी सफलता की गवाही दे