मुक्त - भाग 12

 (    मुक्त ) ---- (12) वा उपन्यास का धारावीक है, कौन ऐसी कहानी पढ़ता है। जो दोजख के सफर का और जनत के फासले के करीब जाती जाती रुक गयी हो।                       ये एक दवन्द युद्ध है, ऐसा फैसला कभी जो खत्म न होने वाला हो। इस लिए लेखक ने दानिश के बापू के हाथ से पिस्टल चला दी, जो सीधी दानिश की  माँ के सिर से टच होके युसफ के सीने को चीरती हुई निकल गयी। दानिश काँप गया। पहले को उसे समझ ही ना आ रहा था... कि