मुक्त - भाग 11

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     ---------(11वा ससकरण )               (  मुक्त )     "  ------  तुम खाना नहीं खा रहे ---"दानिश ने कहा।"मै कुकड़ी को कैसे खा लू, बता दो।कयोकि मैं खा नहीं सकता... मैंने दर्द देखा है, आपना दर्द कयो, हमें कोई काट दे, मेरी ख़ुशी उसको काट कर कयो,, जाहर की..बताना पकीजा जी " फिर सनाटा। बड़ा बाई बोला.... " मुस्लिम धर्म  है... मास हम खाते है, युसफ खान... ये तुम कया कर रहे हो ---" कुछ बोले बिन ही पकीजा उठ ख़डी हूई," तुम बोलो कया खाना चाहते हो। " दानिश ऐसा मानसिक द्वन्द देख कर