दरियादिली

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“चार नंबर की यह पेशंट आज आई?” नाइट ड्यूटी का चार्ज अपने सहयोगी डाक्टर से लेते समय मैं ने पूछा ।  “हां,इसके स्पाइनल टैप ने बताया,यह बैक्टीरियल मैनिनजाइटस का केस है। स्युपूरेटिव। बचने की उम्मीद बहुत कम है…:” “ओह! ” डाक्टरी की डिग्री लिए हुए मुझे पूरे सात साल हो चले हैं,किंतु आज भी मरणासन्न बच्चे मुझे भयभीत कर जाते हैं। “ और मालुम है?” जाते जाते मेरे सहयोगी डॉक्टर रुक गए,” यह बच्ची हमारी वेदबाला की बेटी है….” वेदबाला हमारे अस्पताल की पुरानी और चहेती नर्स थी । उसे उद्वेलित अवस्था में हम में से किसी ने कभी न