अब आगे,वही जब रूही ने खुशी की बात सुनी कि आज उसने जो खुशी का वो नया और बदला हुआ रूप देखा वो उससे कुसुम जी और रीना को सबक सीखा सकती है तो..! अब रूही ने खुशी से कहा, "नही..नही तुम ऐसा नहीं करोगी क्योंकि ये सब मेरे बाके बिहारी ने मेरी किस्मत में लिख दिया है जो तुम तो क्या इस दुनिया का कोई भी इंसान उसको बदल नही सकता है और वैसे भी मैने अब उस सबको अपनी जिंदगी का हिस्सा मान लिया है इसलिए तुम ऐसा कुछ भी मत करना जिससे मेरे पिता को कोई परेशानी हो..!" रूही