हमराज - 4

  • 969
  • 396

अब यासीन ज़ेबा से बोली, " ज़ेबा अरे वह लड़का तो दिखने में तो अच्छा है और उसके बोलने के लहजे से शख्सीयत से भी शरीफ लगता है। सबसे ज्यादा जरुरी की वह तुमसे प्यार करता है. तो फिर तुम क्यों नहीं करती. " तब ज़ेबा यासीन से गुस्से में बोली, " यासीन तुम्हे इश्क, प्यार करना है तो करों और उस बादल से हा करना है तो करो. लेकिन मुझे ऐसा कुछ करने की नसीहत मत दो. मैने प्यार करनेवालो को जो खौफनाक सजा मीलती हैं वह मंजर मैने खुद अपनी ऑखों से देखा है. तो अब इसके बाद