अब तक : भगवान करे अब तुम्हारी जिंदगी में संयम जैसा कोई ना आए " ।देखते ही देखते दोनो विक्रम की आंखों से ओझल हो गए । विक्रम की आंखें ना जाने क्यों भर आई । उसने आंखें पोंछी और फिर वो भी वापिस से मुंबई अपने बंगले की ओर निकल गया । अब आगे : रात का वक्त था और संयम मुंबई की सड़कों पर गाड़ी घुमाए जा रहा था ।हाथ में पकड़ी बीयर की बॉटल को होंठों से लगाते हुए वो लगातार ड्रिंक किए जा रहा था । नशे में धुत होने के बावजूद वो सड़क पर पूरी